The smart Trick of रोज़ सुबह उठने के बाद ये जरुर सुनो That No One is Discussing

कहानी बन के जियें हैं; वो दिल के आशियानों में!

सारी दुनियाँ के बदलने से ​हमे फर्क नहीं ​पड़ता;

फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातें,

जब तुम्हारी याद आती है तो घर अच्छा नहीं लगता।

​याद आती है तुम्हारी तो सिहर जाता हूँ मैं​;​

ना जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाये।

कमब्खत साँस भी तो उसकी याद के बाद आती है।

पर इतनी जल्दी भुल जाऐंगे अंदाज़ा ना था।

जितना लिख के खुश हुए read more उससे ज्यादा मिटा के रोए!

वर्ना सीने में सांस भी पराई सी लगती है।

हाथ पढ़ने वाले ने तो read more परेशानी में डाल दिया मुझे;

तेरे बगैर इस जिंदगी की हमें जरुरत नहीं;

एक तेरी ख़ामोशी जला देती है इस पागल दिल click here को;

हमें रह-रह के याद अपना दिल-ए-दीवाना आता है।

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